बिहार में चुनाव आयोग द्वारा 2025 में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हेतु SIR अभियान चलाया गया।
चुनाव कार्य कर रहे BLOs ने कई दिनों तक घर-घर जाकर मतदाताओं के नामों का वेरिफिकेशन किया। इस अभियान को SIR नाम दिया गया। इसके तहत कितने लोग बिहार में अवैध रूप से रह रहे हैं, पता करने के लिए सभी पात्र मतदाताओं से आवश्यक दस्तावेज मांगे गए और उनका पुनरीक्षण किया गया।
अभी तक के सर्च रिपोर्ट में मतदाता सूची में हजारों बांग्लादेशी, नेपाली, म्यांमार के लोग पहचाने जा चुके हैं।
सर्च में लगभग 7.89 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने अपने बारे में आवश्यक जानकारी यानी नाम, पता, जन्मतिथि, आधार नंबर, वोटर पहचान पत्र नंबर सहित दर्ज कर फॉर्म जमा किए थे।
चुनाव आयोग ने फॉर्म जमा करने की अंतिम तिथि 25 जुलाई तय की थी। सभी मतदाताओं के दतावेज चेक करने के बाद 65 लाख फॉर्म्स निरस्त किए गए। बिहार में 7.24 करोड़ मतदाता वैध पाए गए।
1अगस्त 2025को वोटर लिस्ट का प्रारूप प्रकाशित किया जाएगा। जिनके फॉर्म्स निरस्त हुए है वे 1अगस्त से 1सितंबर तक आपत्ति दर्ज करा सकते हैं।
30 सितंबर को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी।
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