सोमवार, 14 जुलाई 2025

NTE full form in Hindi

 


 NTE का फुल फॉर्म है Night Time  Economy

NTE यह शब्द वैसे तो नया प्रतीत होता है लेकिन इसका संबंध night culture रात्रिकालीन संस्कृति से है। 

अभी यह शब्द सुर्खियों में है। कारण कि हैदराबाद शहर (तेलंगाना)  NTE लागू करने की तैयारी के बिलकुल करीब है। यदि ऐसा होता है तो हैदराबाद अधिकृत रूप से चौबीसों  घंटे खुला रहने वाला देश का पहला शहर बन जाएगा।

अधिकृत रूप से इसलिए कि मुंबई, दिल्ली और कई अन्य बड़े शहरों में पहले से ही पब, बार, मनोरंजन क्लब, रेस्टोरेंट आदि देर रात तक खुले रहते है।

अब नाइट कल्चर के आर्थिक लाभ देखते हुए हैदराबाद इसे अपनाने की दिशा में पहल कर रही है।

राज्य सरकार NTE  लागू होने के बाद रात में होने वाली गतिविधियों पर नजर रखने, उनका मार्गदर्शन करने अवैध कामों पर अंकुश लगाने के लिए NTEA Night Time Economy Authority बनाने के भी अंतिम चरण में है। 

NTEA - Night Economy Authority 

NTEA के तहत नियुक्त रात्रिकालीन अधिकारी स्थानीय लोगों की सुरक्षा, आराम, स्वास्थ्य जैसे सुविधाओं में बाधा न होने देना, पर्यटकों की समस्याओं का निराकरण, वाहनों के  परिवहन, अनावश्यक शोरगुल, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों, मनोरंजन केंद्रों की सभी गतिविधियों आदि जैसे मुद्दों पर सतत निगरानी रखेंगे।

हैदराबाद में प्रस्तावित योजना के परिणामस्वरूप आईटी और स्वास्थ्य सेवा से लेकर खुदरा (ग्रॉसरी ) और मनोरंजन के क्षेत्रों में वृद्धि होगी

पूर्व में 2023 में, राज्य सरकार ने दुकानों और कार्यालयों को 24/7 संचालित करने की अनुमति देने के लिए इसी तरह की पहल करने का प्रयास किया थ

Nte हेतु कड़े नियम और नियंत्रण इसे सफल बना सकते हैं।

हैदराबाद की NTE सिर्फ क्लब तक न सीमित रह कर, ग्रॉसरी, हॉस्पिटल IT सर्विसेज, पर्यटन साहित्यिक संगोष्ठियों, संगीत कार्यक्रम तक विस्तारित की जाएगी।

नाइट कल्चर क्या है ?

वैसे तो नाइट कल्चर का चलन सदियों पहले कई पश्चिमी देशों में शुरू हुआ था। एम्स्टर्डम की सफल नाइट मेयर योजना से प्रेरित न्यूयॉर्क, लंदन, बर्लिन जैसे वैश्विक महानगरों में नाइट कल्चर  नागरिकों और प्रशासन के लिए फायदेमंद साबित हुआ।  इसके आर्थिक लाभ के कारण अब यह अन्य देशों में भी लोकप्रिय हो रहा है। भारत के भी अनेक शहरों में यह पहले से है जैसे मुंबई में क्लब, रेस्टोरेंट ग्रॉसरी स्टोर्स, शराब की दुकानें रात 2 बजे के बाद तक भी खुली रहती हैं। 

NTE का अर्थव्यवस्था में योगदान

अर्थशास्त्री मानते हैं कि NTE तेलंगाना राज्य की अर्थव्यवस्था में बड़ा और सकारात्मक परिवर्तन लाने में सक्षम है। नए रोजगार निर्मित होंगे। पर्यटकों से स्थानीय निकायों की आय में वृद्धि होगी

NTE  हैदराबाद में सफल रहा तो tier 2 वाले शहर इंदौर, अहमदाबाद जैसी जगहों की स्थानीय सरकार भी इसे लागू करने में देर नहीं लगाएगी क्योंकि इससे नए रोजगार पैदा होने के साथ, निगमों की आय में बढ़ोतरी निश्चित है।

 जनता की सहमति, और सहभागिता इस नई संस्कृति युक्त विचारधारा को फलने फूलने में सहयोग करेगी।

रात्रि कालीन संस्कृति के पक्ष और विपक्ष में तर्क दिए जा रहे हैं। कुछ लोग इसे आर्थिक विकास में सहायक मानते हैं तो इसका विरोध करने वाले रात को नशेड़ियों द्वारा हुडदंग करने का अंदेशा जताते हैं।

 फिलहाल एक रिपोर्ट के अनुसार  nte व्यवसाय 8500 करोड़ का है यह आंकड़ा 2032 तक तीन गुना होकर 26000 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है।

नाइट टाइम इकोनॉमी से आर्थिक लाभ मिलना तय है लेकिन इसके सामाजिक पहलू और नागरिकों की सुरक्षा व्यवस्था पुलिस,  स्थानीय प्रशासन व राज्य-केंद्र सरकार  के लिए एक चुनौतीपूर्ण काम होगा।


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