शुक्रवार, 30 अक्तूबर 2020

POP full form in Hindi

 


POP का अर्थ है - प्लास्टर ऑफ पेरिस

POP full form - Plaster Of Paris

प्लास्टर ऑफ पेरिस नाम से सभी परिचित हैं। यह सफेद रंग का महीन पाउडर होता है जो बिल्डिंग मटेरियल, मूर्तियां, सजावटी सामान, चिकित्सा और कलाकृतियां बनाने में काम आता है। हड्डी टूटने पर बांधा जाने वाला प्लास्टर इसीका बना होता है। हालांकि POP से बना प्लास्टर वजन में अत्यंत भारी होता है इसलिए मॉडर्न आर्थोपेडिक चिकित्सा पद्धति में आजकल मरीज को फाइबरगलास और थर्मोप्लास्टिक मटेरियल से बने प्लास्टर चढ़ाये

प्लास्टर ऑफ पेरिस कैसे बनाते हैं ?

प्लास्टर ऑफ पेरिस जिप्सम ( CaSO4 2H2O ) नामक खनिज पदार्थ से बनाया जाता है। जिप्सम को ऊंचे तापमान पर लगभग 1500 से 1800 डिग्री तक गर्म किया जाता है जिससे यह निर्जलित ( dehydrate ) होकर सफेद पदार्थ में बदल जाता है। इसे मशीन में पिस कर पाउडर बनाया जाता है।

प्लास्टर ऑफ पेरिस को जब पानी में घोला जाता है तो इसको सांचे में ढाल कर मूर्तियां आदि बनाई जा सकती है। लेकिन यह बहुत जल्दी पानी सोख कर कड़ा हो जाता है इसलिए इसको तुरंत ही काम में लेना पड़ता है।

रविवार, 25 अक्तूबर 2020

CPI full form in Hindi


 CPI -CPI Stands for Consumer Price Index


हिन्दी में CPI का मतलब - उपभोक्ता मूल्य सूचकांक
इंग्लिश में CPI का अर्थ - Consumer Price Index

दिनांक 21 अक्टूबर 2020 से CPI (I W) 
का बेस ईयर 2001 से बदल कर 2016 हो गया है।
यह बदलाव श्रम ब्यूरो द्वारा किया गया। ज्ञात हो, श्रम ब्यूरो (Labour Bureau) भारत सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्रालय Ministry of Labour & Employment के अधीन कार्य करता है।
श्रम ब्यूरो द्वारा अब यह तय किया गया है कि CPI (IW) का आधार वर्ष हर 5 साल में बदला जाएगा।
बाजार की स्थिति और उपभोक्ता की पसंद- नापसन्द के आधार पर सीपीआई का निर्धारण किया जाएगा।
सीपीआई के बेस ईयर में बदलाव का सीधा लाभ पेंशनर्स, सरकारी कर्मचारी एवं फैक्ट्री वर्कर्स को होगा। 
CPI में यह  बदलाव CPI for Industrial Workers CPI (I W) में किया गया है।

CPI मुख्यतः चार प्रकार के होते हैं:
1. 
1. औद्योगिक श्रमिकों (Industrial Workers-IW) के लिये CPI 
2. कृषि मज़दूर (Agricultural Labourer-AL) के लिये CPI
3. ग्रामीण मज़दूर (Rural Labourer-RL) के लिये CPI
4. CPI (ग्रामीण/शहरी/संयुक्त)



सोमवार, 19 अक्तूबर 2020

full form of MAT & GMAT in hindi


MAT - Management Aptitude Test


मैट का फुल फॉर्म है- मैनेजमेंट एप्टीट्यूड टेस्ट।
मैट परीक्षा का आयोजन आल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन द्वारा प्रतिवर्ष किया जाता है। मैनेजमेंट क्षेत्र की सबसे लोकप्रिय प्रवेश परीक्षाओं में से एक प्रवेश परीक्षा है- MAT । मैट प्रवेश परीक्षा में प्राप्त स्कोर के अनुसार परीक्षार्थियों को देश के 308 मैनेजमेंट संस्थाओं में प्रवेश दिया जाता है।

MAT परीक्षा का पैटर्न कैसा होता है ?

मैट परीक्षा  की अवधि 150 मिनट की होती है। इसमें बहुविकल्पीय ( मल्टीप्ल चॉइस ) प्रकार के 200 प्रश्न पूछे जाते हैं। प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का होता है।  यदि गलत उत्तर दिये गये तो प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 0.25 अंक काट लिया जाता है

GMAT - Graduate Management Admission Test

GMAT द्वारा दुनिया के  सबसे बढ़िया मैनेजमेंट स्कूल में एडमिशन दिया जाता है। GMAT को संचालित करने वाली संस्था Graduate Management Admission Council GMAC जिमेक है।
भारत से हर साल करीब तीन लाख विद्यार्थी यह परीक्षा देते हैं। इसका स्कोर 5 साल तक वेलीड रहता है। छात्र की एनालिटिकल,राइटिंग,क्वांटिटेटिव,वर्बल और रीडिंग योग्यता परखने वाली इस परीक्षा का ऑनलाइन वर्जन इसी वर्ष 2020 में लॉन्च किया गया है।
दुनिया के टॉप मैनेजमेंट स्कूल्स में प्रवेश के लिए GMAT के 800 अंकों में से ज्यादा से ज्यादा अंक लाने वाले स्टूडेंट्स को दाखिला मिलता है। पिछले सालों के ट्रेंड देखने से पता चलता है कि YEL University, Harvard और स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी के लिए यह स्कोर लगभग 725 रहता है।

रविवार, 18 अक्तूबर 2020

LAC & LOC full form


   LAC और LOC 


LAC और LOC दोनों मिलते-जुलते शब्द हैं। जिनमें कन्फ्यूजन होना  स्वाभाविक है

लेकिन ये दोनों शब्द काफी अलग अर्थ रखते हैं।

LAC Line Of Control भारत और चीन के बीच वास्तविक सीमा रेखा है। पिछले कुछ समय से चीन और भारत के मध्य LAC पर तनाव बढ़ता जा रहा है।

वहीं LOC का मतलब Line Of Control (लाइन ऑफ कंट्रोल या नियंत्रण रेखा)। इसके अलावा LAC और LOC को समझने के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमा यानि international border के बारे में भी जानकारी होना आवश्यक है।


LAC, LOC और अंतरराष्ट्रीय रेखा ये वो उन तीन तरह की सरहदों के नाम हैं जिनसे भारत का नाता काफी पुराना रहा है। आपने इनके नाम अक्सर सुने हैं लेकिन कई लोग इन रेखाओं की असल परिभाषा से वाकिफ नहीं होंगे। आइए आपको बताते हैं कि क्या हैं ये तीनों रेखाएं या बॉर्डर।


LOC -Line Of Control नियंत्रण रेखा                                                      

LOC नियंत्रण रेखा भारत और पाकिस्तान के बीच खिंची गई 740 किलोमीटर लंबी सीमा रेखा है। यह रेखा दोनों देशों के बीच पिछले 50 वर्षों से विवाद का विषय बनियंत्रण रेखा भारत और पाकिस्तान के बीच खिंची गई सीमा रेखा है। यह भारत के जम्मू कश्मीर और POK Pakistan Occupied Kashmir तक फैली है।इसकी लंबाई 776 किलोमीटर है।  वर्तमान नियंत्रण रेखा यहां 1947 में दोनों देशों के बीच हुए युद्ध को विराम देकर तत्कालीन नियंत्रण स्थिति पर खिंची गई थी, जो आज भी लगभग वैसी ही है। तब कश्मीर के कई भागों में पाकिस्तान ने आक्रमण कर दिया था और भारतीय सेनाएं कश्मीर की सुरक्षा हेतु आगे आई थीं। 


पाकिस्तान ने 21-22 अक्टूबर 1947 भारत अधिकृत कश्मीर पर हमला कर दिया। इसे उसने "ऑपरेशन गुलमर्ग" नाम दिया। इस हमले में जम्मू-कश्मीर के 35000 से 40000 लोग मारे गए। 

इतना ही नहीं 26 अक्टूबर को फिर से बारामुला पर आक्रमण करके वहां के 11000 रहवासियों को मार डाला। श्रीनगर में बिजली आपूर्ति करने वाले मोहरा बिजली स्टेशन को नष्ट कर दिया।इसके बाद शेख अब्दुल्ला ने 1948 में संयुक्त राष्ट्र united nations को पाकिस्तान द्वारा जम्मू-कश्मीर में किये नरसंहार के बारे में बताया। 

संयुक्त राष्ट्र ने युद्ध विराम करवा कर दोनों देशों के बीच नियंत्रण रेखा LOC बनवाई।

उत्तरी भाग में भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना को कारगिल सेक्टर से पीछे श्रीनगर-लेह राजमार्ग तक पछाड़ दिया था।1965 में पाकिस्तान ने फिर आक्रमण किया किन्तु लड़ाई में गतिरोध उत्पन्न हुआ, जिसके चलते यथास्थिति 1971 तक बनी रही। 1971 में बांग्लादेश युद्ध के उत्तर में पाकिस्तान ने फिर कश्मीर पर आक्रमण किया जिससे नियंत्रण रेखा के दोनों ओर दोनों ही देशों ने एक दूसरे की चौकियों पर नियंत्रण किया था। भारत को नियंत्रण रेखा के उत्तरी भाग में लद्दाख क्षेत्र से लगभग 300 वर्ग मील भूमि मिली थी। 3 जुलाई, 1972 में शिमला समझौते के परिणामस्वरूप शांतिवार्ता के बाद नियंत्रण रेखा को बहाल किया गया


LAC (लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल या वास्तविक नियंत्रण रेखा)

नियंत्रण रेखा से अलग, वास्तविक नियंत्रण रेखा भारत और चीन के बीच की वास्तविक सीमा रेखा है। यह रेखा भारत के नियंत्रित क्षेत्र व चीन नियंत्रित क्षेत्र रेखा को अलग करती है। LAC को लेकरभारत व चीन दोनों की धारणा अलग है। भारत LAC की लंबाई 3488 किलोमीटर मानता है जबकि चीन इसकी लंबाई 2000 किलोमीटर मानता है। यह सीमा रेखा जम्मू-कश्मीर में भारत अधिकृत क्षेत्र और चीन अधिकृत क्षेत्र अक्साई चीन को पृथक करती है। यह लद्दाख, कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश से होकर गुजरती है। यह भी एक प्रकार की सीज फायर (युद्धविराम) रेखा ही है क्योंकि 1962 के भारत-चीन युद्घ के बाद दोनों देशों की सेनाएं जहां तैनात थी, उसे वास्तविक नियंत्रण रेखा मान लिया गया।

LAC क्षेत्र पर पहाड़, नदियां, ग्लेशियर और बर्फीले रेगिस्तान हैं।


अंतरराष्ट्रीय सीमा  international border

अंतरराष्ट्रीय सीमा दो देशों के बीच की वो सीमा रेखा  होती है जिसको लेकर उन देशों सहित दुनिया के बाकी देशों ने अपनी सहमति जताई है। जैसे ब्रिटेन और तिब्बत के बीच 1914 के शिमला समझौते के तहत जो सीमारेखा खिंची गई थी वो आज भारत और चीन के बीच मौजूद सीमा रेखा भी है। जबकि अगस्त 1947 में भारत और पाकिस्तान के बीच खिंची गई अंतरराष्ट्रीय सीमा रेखा को रेडक्लिफ लाइन के नाम से जाना जाता है।

बुधवार, 7 अक्तूबर 2020

BPL & APL full form in Hindi


BPL stands for -Below Powerty Line.


APL stands for - Above Poverty Line.

"बीपीएल" भारत में एक बहुत ही लोकप्रिय शब्द है। इसके क्या मायने हैं, आइये सरल भाषा में इसे समझते हैं।

भारत में जनता को तीन तरह के राशन कार्ड जारी किए जाते हैं :
1. BPL CARD
2. APL CARD 
और तीसरा ANTYODAY अंत्योदय कार्ड।
बीपीएल के बारे में नीचे विस्तार से बताया गया है।
अंत्योदय कार्ड ~

 अंत्योदय कार्ड अत्यंत गरीब परिवार को दिए जाते हैं। अंत्योदय का अर्थ है - गरीबों में से भी सबसे ज्यादा गरीब का कल्याण। अंत्योदय योजना की शुरुआत मोदी सरकार द्वारा 25 सितंबर 2014 को की गई थी। अंत्योदय योजना का उद्देश्य था कि अंतिम पंक्ति में खड़ा अंतिम व्यक्ति  सरकार की योजनाओं से लाभान्वित हो पाए। यह दिन पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।

BPL CARD ~

BPL भारत सरकार द्वारा अत्यंत गरीब परिवार की पहचान निर्धारित करने के लिए बनाया गया benchmark है। जिसके तहत सरकार एक निश्चित मापदंड के नीचे गुजर-बसर करने वाले लोगों को चिन्हित करके उनके कल्याण के लिए विभिन्न योजनाएं बनाती हैं। उन्हें घर, भोजन और दूसरी जीवन यापन की आवश्यक वस्तुएं कम दर पर उपलब्ध कराने हेतु BPL राशन कार्ड बनाये जाते हैं।
BPL निर्धारण के मापदंड हर राज्य में अलग-अलग हैं। ये मापदंड ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के लिए भी भिन्न-भिन्न होते हैं। राज्य सरकार, राज्य की आर्थिक, सामाजिक और  दूसरी कई स्थितियों के मान से BPL रेखा का निर्धारण करती हैं। 
UPA सरकार के समय सुरेश तेंदुलकर ने सन् 2009 में और सी रंगराजन ने सन् 2014 में BPL line को परिभाषित किया था। मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई उज्जवला योजना बीपीएल कार्ड धारियों के लिए ही बनाई गयी थी। इस योजना के अंतर्गत  2016 -17 से 2018-19 तक कुल 5 करोड़ बीपीएल कार्ड धारी महिलाओं को एलपीजी कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया था। अप्रैल 2017 तक 2 करोड़ एलपीजी कनेक्शन दिए भी जा चुके हैं।

बीपीएल कार्ड धारक किसी भी सरकारी बैंक से मामूली ब्याज दर पर ऋण ले सकता है।
भारत में फिलहाल रुपये 20,000/- से कम वार्षिक आय वाले व्यक्ति को बीपीएल कार्ड जारी किए जाते हैं।
हरियाणा में बीपीएल कार्ड के लिए वार्षिक आय की सीमा 1.20 लाख थी जो जनवरी 2023 से 1.80 लाख कर दी जायेगी।

BPL CARD कैसे बनवाएं ?
बीपीएल कार्ड कैसे बनवाएं ?

BPL Card बनवाने हेतु जिस क्षेत्र में आप निवास करते हैं वहां के ग्राम पंचायत या नगरपालिका आदि सरकारी निकायों से बीपीएल कार्ड बनाने का फार्म लेकर  भरना होता है।यह फार्म बाजार में भी मिल जाता है। इसे ऑनलाइन भी डाउनलोड किया जा सकता है।
फॉर्म में जो भी जानकारी व्यक्ति से  मांगी गई है वह सही होना चाहिए। परिवार के सभी सदस्यों के नाम,उनकी उम्र, व्यवसाय,परिवार की वार्षिक आय, स्थायी पता आदि जानकारी देना होती है। दी गई जानकारी के अनुसार पात्र व्यक्ति को बीपीएल कार्ड जारी कर दिया जाता है।

यदि आप NABARD के फुल फॉर्म के बारे में पूरी जानकारी पाना चाहते हैं तो इस लिंक को कॉपी करिये - 

https://togetfullforms.blogspot.com/2017/full-form-of-nabard-in-hindi.html