बुधवार, 15 अप्रैल 2020

EURO Full form in Hindi

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"यूरो" Euro शब्द हम अक्सर सुनते रहते हैं। दुनिया में अमेरिकन डॉलर के बाद यूरो सबसे ज्यादा प्रचलित मुद्रा है। लेकिन अधिकांश लोग इतना ही जानते हैं कि यूरो एक करंसी है। वास्तविकता यह है कि यूरो Euro किसी एक देश की करंसी नहीं है। बल्कि क्षेत्र विशेष "यूरोज़ोन" द्वारा अपनाई गई एक करंसी या मुद्रा है।


 यूरो का मुद्रा चिह्न € और इसका बैंक कोड EUR है।

यूरोज़ोन क्या है ? What is Eurozone ?

"यूरोज़ोन" EUROZONE यूरोपियन यूनियन के 27 सदस्य में से 19 देशों द्वारा बनाया गया एक संगठन है। पहले यूरोपियन यूनियन में ब्रिटेन भी एक सदस्य था लेकिन brexit समझौते के अंतर्गत उसने 31 जनवरी 2020 को यूरोपियन यूनियन छोड़ दिया है।
 यूरोपियन यूनियन का एक साझा बैंक "यूरोपियन केंद्रीय बैंक" है। इस बैंक की अधिकृत मुद्रा Euro यूरो है।

यूरोज़ोन में शामिल 19 देश ये हैं :
1. ऑस्ट्रिया
2. बेल्जियम
3. सायप्रस
4. एस्टोनिया
5. फिनलैंड
6. फ्रांस
7. जर्मनी
8. ग्रीस
9. आयरलैंड
10. इटली
11. लातविया
12. लिथुवानिया
13. लक्समबर्ग
14. माल्टा
15. नीदरलैंड
16. पुर्तगाल
17. स्लोवाकिया
18. स्लोवेनिया
19. स्पेन
यूरोपियन यूनियन या यूरोपियन संघ सन् 1999 से अस्तित्व में आया। इसके साथ ही संघ ने उस समय प्रचलित मुद्रा European Currency Unit ECU   के स्थान पर EURO को अपनाया। फिर 01-01-2002 को यूरो बैंक नोट और सिक्के जारी हुए।

यूरो के सौवें हिस्से को सेंट कहते हैं। 15 april 2020 को भारत के एक रुपये का मूल्य 83.527 यूरो के बराबर था।
उपरोक्त 19 देशों के अलावा छः अन्य यूरोपियन देश भी यूरो मुद्रा के अधिकृत प्रयोक्ता हैं :
1. अंडोरा
2. मायोत
3. मोनैको
4. संत पियरे & मिकुलों
5. संत मारिनो
6. वेटिकन सिटी
हम आपको यह भी बताते चलें कि छठा देश वेटिकन सिटी पृथ्वी का सबसे छोटा स्वतंत्र राष्ट्र है। जिसका क्षेत्रफल सिर्फ 44 हेक्टेयर है। यह इटली के शहर रोम में स्थित है। ईसाई समूह के प्रमुख समुदाय "रोमन कैथोलिक "के चर्च का केंद्र  यहीं पर है और पोप यहीं रहते हैं।

यूरो मुद्रा के तीन अनधिकृत प्रयोक्ता भी हैं :
मोंटेनिग्रो, अक्रातिरी व ढाकेसिया और कोसोवो गणराज्य।
 फ्रांस के  पांच विभाग माने जाने वाले स्थान भी यूरो का इस्तेमाल करते हैं। इन स्थानों के अपने ध्वज हैं अतः इन्हें एक देश कहना गलत नहीं होगा :
गुवाडेलुप, फ्रेंच गयाना, मार्टेनिका, मेट्रोपोलिटन फ्रांस और रियूनियों।

युरोपियन संघ का मुख्यालय कहां है ?

युरोपियन संघ का मुख्यालय बेल्जियम की राजधानी ब्रुसेल्स है।

युरोपियन संघ के वर्तमान अध्यक्ष कौन हैं ?


युरोपियन संघ के वर्तमान अध्यक्ष इटली के डेविड सोसोली (63) हैं।





सोमवार, 6 अप्रैल 2020

PPE Kit- PPE kit full form in Hindi



कोरोना वायरस ने इन दिनों दुनिया भर में उत्पात मचा रखा है। कोरोना वायरस से बचने के लिए PPE Kits का उपयोग करने के बारे में काफी चर्चा हो रही है। ये PPE Kits क्या हैं और इनसे वाइरस से मुकाबला करने में कैसे मदद मिलती है यह जानना आज की आवश्यकता है। तो आइए जानते हैं कि क्या होता है पीपीई किट ?

PPE का फुल फार्म होता है-  personal Protection Equipment. पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट अर्थात व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण।

 जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि ऐसे उपकरण जिनसे संक्रमण से खुद को बचाने में मदद मिले। कोरोना वायरस चूंकि संक्रामक बीमारी है इसलिए इससे बचने के लिए लोग मास्क पहन रहे हैं, बार-बार हाथ साफ कर रहे हैं, लोगों से दूरी बनाकर बात कर रहे हैं। आम जनता तो मास्क और दास्ताने का इस्तेमाल कर रही है लेकिन कोरोना की चपेट में आए मरीजों का उपचार कर रहे डॉक्टर्स, नर्स और अस्पताल के अन्य कर्मचारियों के लिए ये चीजें नाकाफी हैं। वाइरस संक्रमण से बचने के लिए मेडिकल स्टाफ को बीमारों का इलाज व सर्जरी करते समय कुछ अतिरिक्त सावधानियां रखने के साथ शरीर को ढंकने हेतु विशेष प्रकार की वस्तुओं का इस्तेमाल भी करना पड़ता है। और ये सारी वस्तुएं PPE Kits कहलाती हैं। मास्क भी पीपीई किट का एक भाग है। इसके अलावा जो चीजें PPE Kits में शामिल की जाती है वे इस प्रकार है:

 मास्क, गाउन, एप्रन, ग्लोव्स, फेस प्रोटेक्टर, फेस शील्ड, स्पेशल हेलमेट, रेस्पिरेटर्स, आई प्रोटेक्टर्स, गॉगल्स, हेड कवर, शू कवर,रबर बूट्स।


ऊपर बताई चीजों में से काफी नामों से हम भली-भांति परिचित हैं,जैसे मास्क,ग्लोव्स,गॉगल्स,एप्रन आदि।बस इन्हें PPE KIT कहते हैं,ये कोरोना ने सीखा दिया।

डॉक्टर्स व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के लिए गम्भीर बीमारी के इलाज, ICU में भर्ती मरीजों का इलाज और सर्जरी कार्य करते समय PPE सूट भी इस्तेमाल किये जाते हैं। ये काफी महंगे होते हैं और वैज्ञानिक तरीके से बनाये जाते हैं। PPE Suit  पहनने से डॉक्टर्स केमिकल, फिजिकल और रेडियोलॉजिकल प्रकार के संक्रमण से अपना बचाव करते हैं। PPE Suit में  ऊपर लिखे - मास्क,ग्लोव्स,आंखों के लिए चश्मा, जूते के कवर,हेड कवर, हेलमेट व रेस्पिरेटर्स मतलब सिर से पैर तक शरीर को ढंकने हेतु उच्च गुणवत्ता वाले सभी संसाधन होते हैं।

 साधारण मास्क जो बाजार में 3 लेयर वाला होता है,10रुपये तक में मिल जाता है। इस मास्क से कोरोना से बचाव नहीं होता। इससे बेहतर क्वालिटी के मास्क हैं-N 95 मास्क और N 99 मास्क। ये मास्क 5 लेयर वाले होते हैं और पोलीप्रोपिलीन कपड़े से बने होते हैं। इनकी कीमत लगभग 150 रुपये से लेकर 300 रुपये तक अनुमानित है। N95 मास्क 95% व N99 मास्क 99 % हवा में फैले वाइरस को नाक के द्वारा शरीर के अंदर जाने से रोकते हैं। ऐसे मास्क .3 माइक्रोन साइज तक के बैक्टीरिया व वाइरस को फिल्टर कर सकते हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार कोरोना वाइरस की साइज .13 माइक्रोन है अर्थात N95 और N99 मास्क कोरोना को रोकने में सहायक हैं।

 PPE Kit का उपयोग किसी बीमारी के संक्रमण से बचाव की गारंटी नहीं है। PPE Kit पहनने के बाद भी डॉक्टर्स तक भी कोरोना से संक्रमित हो गए, ऐसी खबरें हमने पढ़ी-सुनी है।
फिर भी किसी बीमारी के संक्रमण से बचाव में PPE Kit के महत्व को कम नहीं आंका जा सकता है।