जब मरीज का परीक्षण करने के बाद दवाओं की पर्ची लिख कर देता है तो डॉक्टर पर्ची पर दवाइयां लिखते-लिखते मरीज को दवाई दिन में कितनी बार और कैसे लेनी है,यह बताता चलता है पर पर्ची या प्रिस्क्रिप्शन में लिखे सांकेतिक कोड वर्ड न मरीज समझ सकता है न उसके घर वाले। ऐसी परिस्थिति में दवा की दुकान वाला केमिस्ट कई बार दवा की शीशी और गोलियों के पत्तों पर दवा लेने के बारे में हिदायतें लिख देता है,लेकिन यदि मरीज खुद पर्चे में लिखी दवा को कैसे और कितनी बार लेना है समझ जाए तो दवा की गलत खुराक लेने से होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है। और वैसे भी डॉक्टर के यहां जाने का काम तो हम सभी को कभी-कभी पड़ता ही रहता है तो क्यों न हम स्वयं डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन में लिखी सीक्रेट भाषा सीखें ताकि दवाई लेने में कोई भूल न हो।
दरअसल बीमारी का इलाज करने की एलोपैथिक पद्धति का उद्भव लैटिन अमेरिका में हुआ था। इस कारण
से डॉक्टर्स अपने प्रिस्क्रिप्शन में लैटिन भाषा प्रयोग करते हैं। यहां हम आपको डॉक्टर द्वारा प्रयोग किये जाने वाले शार्ट फॉर्म्स का पूरा नाम व उनका आशय बताएंगे :
दरअसल बीमारी का इलाज करने की एलोपैथिक पद्धति का उद्भव लैटिन अमेरिका में हुआ था। इस कारण
से डॉक्टर्स अपने प्रिस्क्रिप्शन में लैटिन भाषा प्रयोग करते हैं। यहां हम आपको डॉक्टर द्वारा प्रयोग किये जाने वाले शार्ट फॉर्म्स का पूरा नाम व उनका आशय बताएंगे :
Rx - Recipere प्रिस्क्रिप्शन में सबसे ऊपर लिखा जाने वाला शब्द। इसका अर्थ है-इलाज के लिए उपचार। यह शब्द भोजन बनाने की विधि अर्थात recipe रेसिपी जैसा ही है। Rx शब्द कई दवाओं के पत्तों पर भी लिखा रहता हैै। इस का मतलब है कि यह दवाई केवल तभी बेची जा सकती है जब डॉक्टर मरीज को परची पर लिख कर दे।
N.A.D. - (नो अबनोरमेलिटी डिटेक्टेड) अर्थात मरीज में कोई असामान्यता नहीं पाई गई।
Tab. - tablet गोली
Cap. - capsule
Syp. - सीरप
Inj. - इंजेक्शन
Oint. - ऑइंटमेंट यानि मलहम
Gtt. - ड्राप
I.M. - Intra muscular मांसपेशी में लगाया जाने वाला इंजेक्शन
I.V. - Intra Venus नस में लगने वाला इंजेक्शन
S.C. - Sub Cutenus त्वचा के नीचे लगने वाला इंजेक्शन।
A/D - Alternate Day दवा एक दिन छोड़ कर लेनी है। इसे Q.O.D.भी लिखा जाता है।
Q.I.D. - Quarter in die दवा दिन में चार बार, चार-चार घण्टे के अंतर से लेनी है।
O.D. - omni die दिन में एक बार लेना है।
B.I.D. - Bis in die दिन में दो बार यानि 12 घण्टे के अंतर से दवा लेनी है।
B.B.F. - before breakfast सुबह नाश्ते के पहले
T.I.D. - Ter in die दिन में 3 बार अर्थात 5 घण्टे के अंतर से लेनी है। इसे T.D.S. भी लिखा जाता है।
S.L. - Sub Lingual जीभ के नीचे रख कर गोली चूसना है।
S.T.A.T. - दवा की खुराक तुरन्त लेना है।
S.O.S. - ज्यादा दर्द या तकलीफ बढ़ने पर ही लेना है।
S.R. - मरीज को नमक कम से कम खाना है।
P.C. - Post zubin दवा भोजन के बाद लेनी है।
H.S. - Hora somni दवा रात को सोने से पहले लेनी है।
T.S.F. - table spoonful एक छोटा चम्मच भर कर
W.S. - Warm saline गुनगुने पानी मे नमक डाल कर गरारे करना या दर्द वाली जगह पर सिंकाई करना है।
Aplicap - कैप्सूल लेकिन इसे निगलना नहीं है बल्कि काट कर आंखों में डालना है या घाव पर लगाना है।
Ad Lib - पर्ची में लिखी मात्रा में ही दवा लें।ज्यादा लेने से नुकसान हो सकता है।
P.O. - दवा मुंह से लेनी है,इंजेक्शन द्वारा नहीं।
Q.H. - Queque Hora हर घंटे।
B.T. - Bed time सोते समय
Pulv - पावडर
s - sine के बिना।
c - cum के साथ।
Q - Queque प्रत्येक
Qd - Queque die प्रतिदिन
Q.O.D. - Queque Alter die एक दिन छोड़कर
गोली पर बीच में बनी लाइन -
आपने देखा होगा कि कई गोलियों के मध्य में एक लाइन बनी रहती है। इसे अंग्रेजी में debossed line कहते हैं। इस लाइन का क्या उपयोग है ?
गोली पर बीच में जो लाइन बनी होती है, वह अक्सर साइज में बड़ी गोली पर बनाई जाती है। ज्यादा पॉवरफुल गोली पर भी यह लाइन दवा कम्पनी द्वारा बना दी जाती है। जैसे कोई गोली 100mg मात्रा की है और डॉक्टर ने आपको 50mg मात्रा एक समय में लेने के लिए निर्देश दिए हैं तो आप गोली को बीच में से तोड़ कर आधी गोली ले सकें, इसलिये यह लाइन बनाई जाती है। जिन गोलियों पर यह लाइन नहीं बनी रहती है, उन्हें कभी तोड़कर कम मात्रा में न लें। कम मात्रा में लेने से ऐसी गोली का प्रभाव शून्य होगा।