बुधवार, 16 जुलाई 2025

NATO full form in Hindi with description

 


  NATO  का फुल फॉर्म है - North Atlantic Treaty Organisation. उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन

NATO यह शब्द अभी समूचे विश्व में सुर्खियों में है।
NATO के महासचिव मार्क रुट ने भारत, चीन और ब्राजील को एक तरह की धमकी भरे लहजे में कहा है कि तीनों देश रूस पर यूक्रेन के साथ युद्ध रोकने पर दबाव बनाएं।
यही नहीं, रुट ने कहा कि यदि ये तीनों देश रूस से व्यापार करते हैं और तेल खरीदते हैं तो उन पर 100% टैरिफ लगाया जाएगा।


NATO के उद्देश्य क्या हैं ?

NATO एक ऐसा संगठन है जो कूटनीति जैसे शांतिपूर्ण उपायों के माध्यम से सदस्य देशों में स्थिरता लाने और संघर्षों को सुलझाने में मदद करने का प्रयास करता है। सदस्य राष्ट्र एक सामूहिक सुरक्षा गठबंधन का हिस्सा हैं और किसी बाहरी देश के आक्रमण की स्थिति में नाटो उस देश की सुरक्षा करने के लिए शांतिपूर्ण प्रयत्न करता है।
लेकिन यदि आवश्यकता हुई तो NATO सैन्य बल भी उपलब्ध करवाता है। 
वर्तमान में नाटो के बजट में सबसे ज्यादा भागीदारी लगभग 80% अकेले अमेरिका करता है।
नाटो प्राकृतिक आपदाओं सहित संकट प्रबंधन में भी सहायता करता है।

NATO का बजट 1.3 ट्रिलियन डॉलर है।

NATO में कुल 32 देश हैं जिनमें 30 यूरोप के और 2 देश उत्तरी अमेरिका के US व कनाडा हैं।

NATO की स्थापना द्वितीय विश्व युद्ध के बाद 4 अप्रैल 1949 में हुई।

NATO के  महासचिव General secretary कौन हैं ?


NATO के वर्तमान महासचिव नीदरलैंड के Mark Rutte हैं जो इस पद पर 14 वें महासचिव के रूप में 1अक्टूबर 2024 से कार्यरत है





नाटो के 32सदस्य देश कौनसे हैं ?


अंग्रेजी वर्णमाला के अनुसार NATO के 32 सदस्य देश :-


1. अल्बानिया  2.बेल्जियम, 3.बुल्गारिया, 4.कनाडा, 5.क्रोएशिया, 6.चेक गणराज्य, 7.डेनमार्क, 8. एस्टोनिया, 9. फिनलैंड, 10. फ्रांस, 11.जर्मनी, 12. ग्रीस, 13. हंगरी, 14. आइसलैंड, 15.इटली,16. लातविया, 17. लिथुआनिया, 18. लक्समबर्ग, 19.मोंटेनेग्रो, 20. नीदरलैंड, 21. उत्तरी मैसेडोनिया, 22.नॉर्वे, 23.पोलैंड, 24. पुर्तगाल, 25. रोमानिया, 26. स्लोवाकिया, 27.स्लोवेनिया, 28. स्पेन, 29. स्वीडन, 30. तुर्की, 31.यूनाइटेड किंगडम और 32.संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल

नाटो का मुख्यालय कहां है ?

NATO का मुख्यालय बेल्जियम की राजधानी ब्रेसेल्स में है।

यूक्रेन को NATO का समर्थन


यूक्रेन पर फरवरी, 2024 से रूस द्वारा पूर्ण कालिक आक्रमण के बाद से NATO  यूक्रेन का समर्थन कर रहा है और रूस को सैन्य शस्त्र का उपयोग बंद करने, निर्दोष लोगों को न मारने व क्षेत्र में शांति बहाल करने हेतु दबाव बनाते आ रहा है। अमेरिका NATO के माध्यम से यूक्रेन को सैन्य-सहायता भी देता रहा है। हालांकि अभी तक यूक्रेन NATO का सदस्य नहीं है। 









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