सोमवार, 22 जुलाई 2024

Full form of JCB in Hindi

 Full form of JCB - Joseph Cyril Bamford




हममें से सभी लोगों ने जेसीबी मशीन देखी है। यह एक बहुत  भारी दिखने वाली, खुदाई करने, मलबा ढोनेऔर कृषि, भवन निर्माण व साफ-सफाई के काम में ली जाती है।

 वास्तव में जेसीबी किसी मशीन का नाम नहीं लेकिन हम सब इसे बोलचाल की भाषा में इस्तेमाल करने लगे हैं। 

JCB नाम एक ब्रिटिश मेकेनिक Joseph  Cyril Bamford के नाम का संक्षिप्त रूप है।

 जोसेफ ब्रिटेन में खेती और बड़े निर्माण कार्यों के लिए बहुत ही उपयुक्त मशीन बना कर बेचते थे।

बाद में। उनकी बनाई मशीनों की मांग बढ़ने पर उन्होंने ज्यादा संख्या में मशीनें बनाना प्रारंभ किया और एक कंपनी Joseph Cyril Bamford Excavators Ltd बनाई।

ये मशीनें दुनिया में इतनी फेमस हुई कि हर देश इनका उपयोग करने लगा और JCB नाम सबकी जबान पर चढ़ गया।

JCB कंपनी का मुख्यालय कहां है ?

JCB कंपनी का मुख्यालय Rocester, England में स्थित है।

JCB मशीन का रंग पीला क्यों होता है ?

 जेसीबी मशीनों का रंग पीला होने का मुख्य कारण सुरक्षा और दृश्यता है। निर्माण स्थलों पर, जहां धूल, मलबा और भारी मशीनरी होती है, पीला रंग आसानी से दिखाई देता है, जिससे दुर्घटनाओं का जोखिम कम होता है। यह रंग दूर से ध्यान आकर्षित करता है और कम रोशनी या खराब मौसम में भी मशीन को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।पहले जेसीबी मशीनें लाल रंग से पुती  हुई होती थी लेकिन इससे धूल, मलबे से भरी जगह पर इसको देखने में ही मुश्किल आती थी। तब इसका रंग पीला कर दिया गया।अब तो पीला रंग जेसीबी के ब्रांड पहचान का हिस्सा बन गया है। कंपनी ने इसे अपने उपकरणों के लिए मानक रंग के रूप में अपनाया, जिससे यह बाजार में उनकी मशीनों को तुरंत पहचानने योग्य बनाता है। यह एक तरह से उनकी ब्रांडिंग रणनीति भी है।



सोमवार, 1 जुलाई 2024

Full form of ED in Hindi with details


 






पिछले कुछ वर्षों में कई हाई प्रोफाइल मामलों की जांच होने के सिलसिले में ED का नाम अक्सर मिडिया में आता रहता है। VVIP हेलिकॉप्टर मामला, रॉबर्ट वाड्रा का विदेशी सम्पत्ति मामला, वित्त मंत्री पी चिदम्बरम और उनके पुत्र कार्ति के खिलाफ INX मिडिया केस में बेहिसाब संपत्ति रखने का मामला, विजय माल्या व नीरव मोदी के धन-शोधन (money laundering) मामले की जांच ED द्वारा ही की गई थी।
23 जुलाई 2025 को ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफार्म MYNTRA द्वारा 1654 करोड़ रु. के FEMA नियम उल्लंघन करने के लिए ED ने कंपनी के विरुद्ध केस दर्ज किया है।

 ED का अंग्रेजी में पूरा नाम है:- Directorate of Enforcement या Directorate General of Economic Enforcement. हिन्दी में इसे प्रवर्तन निदेशालय के नाम से जाना जाता है।
प्रवर्तन निदेशालय की स्थापना 1 मई 1956 को की गई थी और यह केंद्रीय राजस्व विभाग एवं वित्त मंत्रालय के अधीन कार्य करता है। इसका मुख्यालय दिल्ली है। ED में सभी उच्च अधिकारियों की पदस्थापना अनिवार्यतः IAS, IPS या IRS रैंक के अधिकारियों में से ही की जाती है।

 ED के मुख्य कार्य हैं :-
1. विदेशी विनिमय प्रबन्धन अधिनियम foreign Exchange Management Act 1999 (FEMA) के अंतर्गत विदेशी मुद्रा विनिमय विधियों व नियमों के उल्लंघन की जांच करने के साथ-साथ आरोपियों को दंड देने का अधिकार भी ED के पास है।
2. भारत में आर्थिक अपराध एवं आर्थिक नियमों को लागू करना, काला धन जब्त करने में पुलिस की सहायता करना।
3. Prevention of  Money Laundering Act PMLA 2002 धन शोधन निवारण अधिनियम के अंतर्गत आपराधिक गतिविधियों से अर्जित संपत्ति का पता लगाने हेतु जांच करना व उसके उपरांत उन संपत्तियों को जब्त करने/ कुर्क करने और धन शोधन में लिप्त अपराधियों पर मुकदमा चलाने का अधिकार भी ED के पास है।
पहले धन-शोधन की रोकथाम से जुड़े मौजूदा प्रावधानों के तहत जब्त या कुर्क की गई परिसंपत्तियों की वैध अवधि 90 दिन थी।लेकिन 1 फरवरी 2019 को पेश 2019-20 के अंतरिम बजट में इस अवधि को बढ़ाकर 365 दिन कर दिया गया है। सरकार के इस फैसले से ईडी जाँच एजेंसी को सबूत इकट्ठा करने और आर्थिक अपराधी का जुर्म साबित करने के लिए ज्यादा समय मिलेगा।

ED के उच्चतम अधिकारी को प्रवर्तन निदेशक कहते हैं। ED के 5 मुख्य कार्यालय हैं : मुम्बई,चेन्नई,चंडीगढ़ कोलकाता व दिल्ली।
ED के 16 क्षेत्रीय कार्यालय हैं : अहमदाबाद,बेंगलुरु, चंडीगढ़,चेन्नई,कोच्चि,दिल्ली,पणजी,गुवाहाटी, हैदराबाद,जयपुर,जालंधर,कोलकाता,लखनऊ,मुंबई, पटना और श्रीनगर। क्षेत्रीय कार्यालय प्रमुख को संयुक्त निदेशक कहा जाता है।
ED के 11 उप क्षेत्रीय कार्यालय भी हैं : भुबनेश्वर, कोजीकोड,इंदौर,मदुरै,नागपुर, प्रयागराज,रायपुर, देहरादून, रांची, सूरत व शिमला।इनके प्रमुख अधिकारी को उप-निदेशक कहा जाता है।

ED के मुख्य निदेशक कौन हैं ?

 अभी ED के मुख्य निदेशक राहुल नवीन हैं। इनकी नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा 14 अगस्त 2024 को दो वर्ष के लिए की गई है।

ईडी के निदेशक का कार्यकाल कितनी अवधि का होता है ?


केंद्रीय सतर्कता आयोग  एक्ट 2003 के अनुसार ईडी के निदेशक का कार्यकाल दो साल का होता था पर 14 नवम्बर 2021 को केंद्रीय सतर्कता आयोग (संशोधन) 2021 नामक अध्यादेश जारी हुआ है। इसके बाद अब ईडी के निदेशक का कार्यकाल पांच साल हो जाएगा। ईडी के निदेशक को कुछ अपवाद छोड़कर पद से नहीं हटाया जा सकता है।
 

उम्मीद है, आपको यह पोस्ट पसंद आई होगी। यदि आप CAG का फुल फॉर्म और इसके बारे में जानना चाहते हैं तो नीचे दिए लिंक को कॉपी करिए -
https://togetfullforms.blogspot.com/2019/02/cag-full-form-in-hindi.html