मंगलवार, 22 अगस्त 2017

Full form of NEET in hindi

NEET का पूरा नाम National Eligibility- Cum- Enterence test है।

यह एक राष्ट्रीय स्तर की मेडिकल प्रवेश परीक्षा है जो MBBS और BDS अर्थात चिकित्सा/दन्त चिकित्सा की पढ़ाई करने हेतु इच्छुक विद्यार्थियों को मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिए देना अनिवार्य है।
NEET परीक्षा का आयोजन केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानि ( CBSE ) द्वारा प्रतिवर्ष किया जाता है

इसका प्रारम्भ सबसे पहले यह परीक्षा सन् 2013 में आयोजित की गयी थी। लेकिन अगले वर्ष ही सन् 2014 में इसकी जगह राष्ट्रीय स्तर की AIPMT  राज्य स्तरीय PMT परीक्षाओं ने ले ली थी।
राज्यों द्वारा आयोजित PMT परीक्षाओं में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की शिकायतें मिलने से केंद्र सरकार ने 2016 में सभी राज्य स्तरीय मेडिकल प्रवेश परीक्षाएं निरस्त कर NEET परीक्षा को फिर से लागू कर दिया।
पहले अलग-अलग राज्यों की प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी करने में छात्रों को काफी मेहनत करना होती थी साथ ही उसमें समय व पैसे की अत्यधिक बर्बादी होती थी।अब उन्हें केवल NEET परीक्षा में अर्जित अंकों के आधार पर देश भर में मनचाहे चिकित्सा/दन्त चिकित्सा महाविद्यालयों में प्रवेश मिल सकता है।

NEET परीक्षा दो प्रकार की होती है। पहली NEET UG जो MBBS, BDS आदि ग्रेजुएट स्तर के कोर्स के लिए होती है। दूसरी होती है- NEET PG जो MBBS, BDS उत्तीर्ण डॉक्टर्स के लिए आगे पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स MD व MS में प्रवेश हेतु आयोजित की जाती है।

NEET परीक्षा एक छात्र द्वारा केवल 3 बार ही दी जा सकती है।
मापदंड : NEET के लिए आवेदन करने के लिए पात्रता मापदण्ड इस प्रकार हैं -
1. छात्रों को 12 वीं या समकक्ष परीक्षा भौतिकी,रसायन शास्त्र एवं जीव विज्ञान विषयों से उत्तीर्ण होना आवश्यक है।
2. भारतीय व अनिवासी भारतीय नागरिक यह परीक्षा दे सकतें हैं।
3. उम्मीदवार की आयु परीक्षा देने के वर्ष के 31 दिसम्बर तक कम से कम 17 वर्ष होनी चाहिये।  प्रवेश परीक्षा के लिए अधिकतम आयु सीमा पूर्व में 25 वर्ष थी जो अब हटा दी गयी है।
परीक्षा पैटर्न:  NEET की परीक्षा ऑफलाइन माध्यम से संचालित की जाती है। प्रश्नपत्र में भौतिकी, रसायन,वनस्पति शास्त्र व प्राणी शास्त्र विषयों पर 45 -45 बहुविकल्प वाले प्रश्न इस तरह कुल 180 प्रश्न  पूछे जाते हैं।
परीक्षा की अवधि 3 घण्टे की रहती है।प्रत्येक सही उत्तर के लिए 4 अंक दिए जाते हैं।परीक्षा में एक गलत उत्तर के लिए 1अंक काटने का भी प्रावधान है।
परीक्षा की भाषा: NEET हिंदी व अंग्रेजी के अतिरिक्त असमिया,बंगाली,गुजराती, कन्नड़,मराठी,तमिल व तेलुगु में भी दी जा सकती है।
पाठ्यक्रम: NEET प्रवेश परीक्षा का पाठ्यक्रम MCI  (Medical Council of India) द्वारा निर्धारित किया गया है जो 10+2 कक्षा में पढ़ाये जाने वाले विषयों पर आधारित है।
आरक्षण: अनुसूचित जाति हेतु 15%, अनुसूचित जनजाति हेतु 7.5% ,अन्य पिछड़ा वर्ग हेतु 27%  एवं शारीरिक रूप से विकलांग प्रतियोगियों हेतु 3%  आरक्षण की व्यवस्था है।



गुरुवार, 27 जुलाई 2017

KIOSK कियोस्क meaning in hindi


KIOSK शब्द जिसे हिंदी में कियोस्क कहते हैं का अंग्रेजी में वास्तविक अर्थ होता है- Small Hut  या एक छोटी गुमटी की तरह दुकान।
किओस्क में छोटे स्तर पर ही व्यापर किया जाता है। यहां होलसेल या थोक में किसी वस्तु का क्रय-विक्रय नहीं होता।
आम तौर पर कियोस्क में घरेलू उपयोगी वस्तु, ऑफिस संबंधी सामग्री और बच्चों के खेल खिलौने आदि बेचे जाते हैं। किओस्क में कोई टॉयलेट सुविधा नहीं होती।
कियोस्क सेंटर में काम करने का कोई निश्चित समय निर्धारित नहीं होता। कियोस्क चलाने वाले अपनी मर्जी और सुविधा से कियोस्क सेंटर में काम कर सकते हैं।
आजकल कियोस्क के मायने कुछ हद तक बदल गए हैं। गांवों में सरकारी योजनाओं की रााशि लोगों को देना हो या ग्रामीणों को बचत केे लिये सुविधा उपलब्ध करवाना हो लेकिन वहां बैंक शाखा खोलना कठिन हो ऐसी जगह सरकारी बैंक कियोस्क सेंटर के जरिये बैंक सुविधा दे रही है। ऐसे कियोस्क, बैंक के लिए भी लाभ कमाने का साधन हैं और इससे कई लोगों को रोजगार भी मिल जाता है। भारत में  SBI, PNB और BOI कियोस्क सेवा देने में सबसे आगे हैं।

मंगलवार, 13 जून 2017

UCIC का हिन्दी में अर्थ

 

  UCIC - बैंकिंग एवं फाइनेंस क्षेत्र में इसका मतलब है: Unique Customer Identification Code

RBI की गाइडलाइन्स के अनुसार बैंकों एवं गैर बैंकिंग संस्थाओं को यह निर्देश दिए गए हैं कि प्रत्येक ग्राहक को एक से ज्यादा खाते खोलने पर एक अतिरिक्त नं  UCIC दिया जाए।

UCIC कोड पैन कार्ड व पते के प्रमाण-पत्र और आधार कार्ड की संख्या के द्वारा बनाया जाता है। RBI के इस निर्देश के कारण बैंक काफी परेशानी में आ गए हैं। एक ग्राहक के कई खाते बैंक की एक ही शाखा में खुले  हुए हैं। इन सब को सम्मिलित करके UCIC बनाना कठिन है। इसी वजह से RBI इसे अभी तक बैंकों के लिए अनिवार्य रूप से लागू नहीं कर पायी है। लेकिन  UCIC कोड से देश के हर नागरिक के वित्तीय लेन-देन की जानकारी आसानी से प्राप्त की जा सकती है, इसलिए RBI और भारत सरकार इसे जल्द से जल्द लागू करना चाहती है।
UCIC के द्वारा बैंकों को अपने ग्राहकों द्वारा किये जाने वाले ट्रांसेक्शन्स के सम्बन्ध में जानकारी तुरन्त हासिल हो सकती है। UCIC कोड प्रणाली लागू होने पर ग्राहक अपना खाता फौरन किसी दूसरी बैंक में ट्रान्सफर करा सकेगा 

शुक्रवार, 28 अप्रैल 2017

बीपीएल,एपीएल फुल फार्म


BPL stands for -Below Powerty Line.
APL stands for - Above Poverty Line.

BPL भारत सरकार द्वारा अत्यंत गरीब परिवार की पहचान निर्धारित करने के लिए बनाया गया benchmark है। जिसके तहत सरकार एक निश्चित मापदंड के नीचे गुजर-बसर करने वाले लोगों को चिन्हित करके उनके कल्याण के लिए विभिन्न योजनाएं बनाती हैं। उन्हें घर, भोजन और दूसरी जीवन यापन की आवश्यक वस्तुएं कम दर पर उपलब्ध कराने हेतु BPL राशन कार्ड बनाये जाते हैं।
BPL निर्धारण के मापदंड हर राज्य में अलग-अलग हैं। राज्य सरकार, राज्य की आर्थिक, सामाजिक और  दूसरी कई स्थितियों के मान से BPL रेखा का निर्धारण करती हैं।
1 मई 206 को मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई उज्जवला योजना बीपीएल कार्ड धारियों के लिए ही बनाई गयी थी। इस योजना के अंतर्गत वित्त वर्ष 2016 -17 से 2018-19 तक कुल 5 करोड़ बीपीएल कार्ड धारी महिलाओं को सब्सिडी वाले एलपीजी कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया था। अप्रैल 2017 तक 2 करोड़  बीपीएल कार्ड धारी महिलाओं को एलपीजी कनेक्शन दिए भी जा चुके हैं।

रविवार, 26 मार्च 2017

Full form of CBEC and CBIC in hindi


CBEC और CBIC का पूरा नाम -
CBEC and CBIC full form

CBEC को अब समाप्त करके CBIC बना दिया गया है।

CBEC - सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ कस्टम्स एंड एक्सासाइज़.
        ( केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड)

मूलतः CBEC विभाग की स्थापना तत्कालीन अंग्रेज सरकार द्वारा कस्टम संबंधी नियम बनाने और इससे सम्बंधित करों की वसूली के लिए 1855 में की गई थी। बाद में सन् 1963 में इसमें  Revenue Act 1963 के तहत कुछ परिवर्तन किये गए। वर्तमान में सीबीईसी Department of Revenue और Ministry of Finance के अधीन कार्य करता है।

CBIC - सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ इनडाइरेक्ट टैक्सेस एंड कस्टम्स 
मार्च 2017 में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सुझाव दिया कि CBEC का नाम बदल कर CBIC कर दिया जाये। जेटली की योजना के अनुसार  GST (Goods and Service Tax) के क्रियान्वयन में CBIC का सहयोग लिया जाएगा।   CBIC एक्साइज़ और कस्टम्स से जुड़े काम भी करता रहेगा। और मार्च 2017 में  CBEC का नाम बदल कर CBIC कर दिया गया। इस तरह देश में स्थित CBEC के सभी कार्यालय CBIC के अंतर्गत आ गए।
CBIC का नेतृत्व एक अध्यक्ष करता है। अध्यक्ष के अलावा छः सदस्य और होते हैं।

CBIC के अध्यक्ष -  जुलाई 2023 से इसके अध्यक्ष संजय अग्रवाल हैं।